UPSC Success Story :- “आप गरीब हो सकते हैं, गांव से हो सकते हैं, इंग्लिश नहीं आती हो सकती है, लेकिन अगर आप ठान लें… तो UPSC भी आपकी चाय की प्याली बन सकती है।”
UPSC—एक ऐसा सपना, जो देश के हर गली-कूचे में किसी न किसी की आंखों में पल रहा होता है। और क्यों न हो? ये वो परीक्षा है जो सिर्फ दिमाग नहीं, दिल भी मांगती है। मेहनत, लगन, त्याग, और कई बार—बहुत सारा धैर्य।
आज हम आपको मिलवाते हैं उन रियल हीरोज़ से, जिनके पास न तो बड़ा शहर था, न महंगी कोचिंग, और न ही कोई शाही बैकग्राउंड—लेकिन था तो सिर्फ एक सपना: देश सेवा का।
1. डॉ. रेनू राज – एक डॉक्टर, जिसने इलाज नहीं, व्यवस्था बदलने को चुना
डॉ. रेनू राज, एक गरीब परिवार की बेटी, पहले डॉक्टर बनीं फिर IAS। मेडिकल की ड्यूटी करते-करते जब उन्होंने देखा कि बीमारियों के पीछे गरीबी और सिस्टम की असफलता है, तो उन्होंने निर्णय लिया कि इलाज से ज्यादा ज़रूरी सिस्टम को सुधारना है।
उन्होंने अस्पताल की नाइट शिफ्ट के बाद पढ़ाई की, और पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर कर AIR 2 हासिल की। आज वो सिर्फ IAS अफसर नहीं हैं, बल्कि लाखों लड़कियों की उम्मीद हैं।
2. विपिन केशव (IAS Vibhor Bhardwaj) – जब AI बना दोस्त और गुरु
जब सब कोचिंग ज्वॉइन करने में लगे थे, तब विपिन भैया गूगल से चैट कर रहे थे। जी हां, AI टूल्स जैसे Gemini और ChatGPT की मदद से उन्होंने UPSC की तैयारी की।
Physics जैसे कठिन सब्जेक्ट को Optional चुना, ऑनलाइन क्लास और खुद की बनाई नोट्स से पढ़ाई की। पहली बार IAS नहीं बने, लेकिन हार नहीं मानी। तीसरे प्रयास में AIR 19 के साथ बन गए पूरे देश के लिए उदाहरण।
3. नेहा जैन – दिन में नौकरी, रात में तैयारी
Morwa, Singrauli की नेहा जैन IT की जॉब में थीं, लेकिन दिल में देश की सेवा का सपना था। भाई IAS हैं, उनसे प्रेरणा मिली।
कोचिंग नहीं ली, खुद से पढ़ाई की। दो बार फेल हुईं, पर हिम्मत नहीं हारी। तीसरी बार AIR 152 लाकर बन गईं IPS अफसर। अब वही नेहा, जो कभी Excel शीट बनाती थीं, अब असली जिंदगी की जटिलताओं को सुलझा रही हैं।
4. आदित्य पटेल – गांव से उठकर DRDO तक
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से आने वाले आदित्य का सपना था DM बनना, लेकिन किस्मत उन्हें ले गई DRDO के डायरेक्टर पद तक। पहले UPSC क्लियर किया, फिर वायुसेना में सेवा दी, और आज वो रक्षा अनुसंधान में देश की सुरक्षा को और मज़बूत बना रहे हैं।
सबसे खास बात? वो आज भी मुकेश नगर की कोचिंग में गरीब बच्चों को फ्री पढ़ाते हैं। जो कुछ उन्होंने पाया, उसे समाज को लौटा रहे हैं।
5. सुरभि गौतम – गांव की वो लड़की, जिसे अंग्रेजी ने डराया लेकिन हरा न सकी
एक गांव की लड़की, जिसने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की, जिसे अंग्रेज़ी नहीं आती थी, जिसे कॉलेज में मज़ाक उड़ाया गया… लेकिन जिसने हार नहीं मानी।
सुरभि ने ISRO, BARC, IES और IAS—all क्लियर किया। साल 2016 में AIR 50 के साथ बन गईं IAS अफसर। उनका जज़्बा? हर दिन 10 नए अंग्रेज़ी शब्द याद करना, बीमारी में भी पढ़ाई जारी रखना और अंत में गोल्ड मेडल के साथ कॉलेज से निकलना।
6. श्रुष्टि देशमुख – IAS बनीं, फिर IAS से ही शादी भी की!
2018 में पहली बार में ही UPSC क्लियर किया, AIR 5 लाकर टॉप महिला कैंडिडेट बनीं। इंजीनियरिंग के साथ-साथ पढ़ाई, सोशल मीडिया की सेंसेशन और अब एक प्रेरणा।
उनकी लव स्टोरी भी कम फिल्मी नहीं—IAS ट्रेनिंग के दौरान मिलीं डॉ. नागार्जुन से, दोनों ने सगाई की और फिर शादी। अब ये IAS जोड़ी देश सेवा और इंटरनेट दोनों में सुपरहिट है।
क्या सिखाती हैं ये कहानियां?
- “कोचिंग जरूरी नहीं, कमिटमेंट जरूरी है”
- “अगर एक बस कंडक्टर की बेटी AIR 2 ला सकती है, तो आप क्यों नहीं?”
- “AI, इंटरनेट, YouTube — सही इस्तेमाल किया जाए तो भगवान से कम नहीं”
- “तीन बार फेल? कोई बात नहीं। चौथी बार इतिहास लिखो”
“लेकिन मेरी इंग्लिश कमजोर है…”
भाई, सुरभि गौतम की भी थी। लेकिन उसने अंग्रेजी के डर को चाय में डुबोकर पी लिया। आज वो IAS हैं, और वो भी गोल्ड मेडलिस्ट।
“मेरे पास पैसा नहीं है…”
डॉ. रेनू राज के पापा बस कंडक्टर थे। लेकिन सपनों में कभी किराया नहीं लगता। आप भी चल सकते हैं।
“मेरे पास टाइम नहीं है…”
नेहा जैन ऑफिस के बाद पढ़ाई करती थीं। अगर रात में Netflix बंद कर दोगे, तो टाइम अपने आप मिल जाएगा।
इस देश में IAS बनने के लिए जादू नहीं चाहिए—जुनून चाहिए।
कोई भी बहाना हो, इन कहानियों को पढ़ने के बाद बस एक चीज़ कहनी चाहिए — “अगर ये कर सकते हैं, तो मैं क्यों नहीं?”
आज इंटरनेट है, फ्री मटेरियल है, टॉपर्स की स्ट्रैटेजी हर जगह है। बस चाहिए तो एक सीट, एक कमरा, और एक जुनून।
चलो अब करते हैं थोड़ी खुद से बात…
“तू कर सकता है क्या?”
हाँ कर सकता हूं।
“क्या होगा अगर फेल हो गए?”
कुछ नहीं, फिर से कोशिश करेंगे।
“लोग क्या कहेंगे?”
वही जो हमेशा कहते हैं, लेकिन एक दिन कहेंगे — “देखा! कहा था, ये लड़का/लड़की कुछ बड़ा करेगा।”
BMJ Thought 💭 क्योंकि जो खुद बदलते हैं, वही देश को बदलते हैं।IAS बनो, IPS बनो, IRS बनो — या जो मन हो बनो — लेकिन अपने सपनों से मत भागो।आज नहीं तो कल… लेकिन जब भी बनोगे — लोग कहेंगे: “सच्ची में, ये तो हमारे गांव, मोहल्ले, या शहर का गौरव बन गया!”